सर्दियों में सरसों के साग के फायदे: 10 Delightful Benefits
दोस्तों आज के इस लेख में हम बात करेंगे सर्दियों में सरसों के साग के फायदे और उसे बनाने की विधि दोस्तों सर्दियों का मौसम अपने साथ कई तरह की सब्ज़ियों और फलों का खजाना लेकर आता है। इस मौसम में सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली सब्ज़ियों में से एक है सरसों का साग। यह केवल स्वाद में ही लाजवाब नहीं होता, बल्कि सेहत के लिए भी अत्यंत फायदेमंद होता है।
सरसों के साग का उपयोग भारत में विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में होता है। साग को मक्के की रोटी और मक्खन के साथ खाने का अपना ही आनंद है। आइए जानते हैं सर्दियों में सरसों के साग के फायदे और इससे जुड़े रोचक तथ्यों को।
सर्दियों में सरसों के साग के फायदे इस प्रकार हे–
1. पोषण का खजाना
सरसों का साग पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन ए, सी, और के, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और डाइटरी फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व न केवल शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव करते हैं।
- विटामिन ए: आंखों की रोशनी बढ़ाने और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- विटामिन सी: रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है और सर्दी-जुकाम से बचाव करता है।
- कैल्शियम और आयरन: हड्डियों को मजबूत और खून की कमी दूर करने में सहायक।
- मैग्नीशियम और पोटैशियम: मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
सरसों का साग लो कैलोरी फूड है, जो वजन प्रबंधन में भी मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करके त्वचा और बालों की सेहत को बेहतर बनाते हैं।
2. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
सर्दियों में शरीर को ठंड और विभिन्न संक्रमणों से बचाने के लिए मजबूत इम्यून सिस्टम की जरूरत होती है। सरसों के साग में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और विटामिन ए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाते हैं। यह सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी सामान्य समस्याओं से बचाव करता है।
इसके अलावा, इसमें जिंक और सेलेनियम जैसे मिनरल्स होते हैं, जो संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से सरसों का साग खाने से शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
3. पाचन को सुधारे
सरसों का साग फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र को सही रखने में मदद करता है। यह कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है और आंतों की सफाई करता है।
सरसों के साग में मौजूद फाइटोकेमिकल्स पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करते हैं, जिससे पेट का भारीपन और एसिडिटी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यह आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को भी बढ़ावा देता है, जो कुल मिलाकर पाचन स्वास्थ्य को सुधारता है।
4. हड्डियों को बनाए मजबूत
सरसों के साग में कैल्शियम और विटामिन के अच्छी मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। विटामिन के हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाव करता है।
इसके अलावा, इसमें फॉस्फोरस और मैग्नीशियम भी होते हैं, जो हड्डियों की संरचना को बनाए रखने में मददगार हैं। बुजुर्ग और महिलाएं, विशेष रूप से जो मेनोपॉज के बाद की हड्डियों की समस्याओं का सामना करती हैं, उन्हें सरसों का साग ज़रूर खाना चाहिए।
5. दिल की सेहत के लिए लाभदायक
सरसों के साग में पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हैं। ये ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं और हृदय रोगों के खतरे को कम करते हैं।
साग में पाया जाने वाला फोलेट भी हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, क्योंकि यह होमोसिस्टीन नामक एक हानिकारक तत्व के स्तर को कम करता है। यह रक्त प्रवाह को सुचारू बनाकर दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।
6. त्वचा को बनाएं चमकदार
सर्दियों में अक्सर त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। सरसों का साग विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो त्वचा को नमी प्रदान करते हैं और उसे चमकदार बनाए रखते हैं।
यह त्वचा में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिससे त्वचा युवा और स्वस्थ दिखती है। साथ ही, इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा की समस्याओं, जैसे मुंहासे और एलर्जी, को दूर करने में मदद करते हैं।
7. डायबिटीज में फायदेमंद
सरसों का साग ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें मौजूद फाइबर और अन्य पोषक तत्व रक्त में शुगर की मात्रा को स्थिर रखते हैं, जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा होता है।
साग का नियमित सेवन इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है और रक्त प्रवाह में शुगर के अवशोषण को धीमा करता है। यह मधुमेह रोगियों के लिए एक आदर्श सब्ज़ी है।
8. वजन घटाने में सहायक
अगर आप सर्दियों में वजन कम करना चाहते हैं, तो सरसों का साग आपके आहार में शामिल करना चाहिए। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, लेकिन पोषण उच्च मात्रा में मिलता है। यह भूख को नियंत्रित करता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
साग में फाइबर की उच्च मात्रा पेट को लंबे समय तक भरा रखती है, जिससे अनावश्यक खाने की आदतें कम होती हैं। यह मेटाबॉलिज्म को भी तेज करता है, जो वजन घटाने में सहायक है।
9. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
सरसों के साग में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक है।
इसके अलावा, यह मांसपेशियों में खिंचाव और थकान को कम करता है, जिससे आप अधिक सक्रिय और ऊर्जावान महसूस करते हैं।
10. कैंसर से बचाव
सरसों का साग ग्लूकोसाइनोलेट्स नामक कंपाउंड से भरपूर होता है, जो कैंसर से बचाव में सहायक है। यह शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकता है और स्वस्थ कोशिकाओं की सुरक्षा करता है।
विशेष रूप से, यह फेफड़ों, कोलन और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में डीएनए की सुरक्षा करते हैं।
सरसों का साग बनाने का तरीका
सरसों का साग तैयार करना जितना आसान है, उतना ही स्वास्थ्यवर्धक भी। इसे बनाने के कई तरीके हैं, लेकिन यहाँ पारंपरिक रेसिपी दी गई है:
सामग्री:
- सरसों के पत्ते: 500 ग्राम
- पालक के पत्ते: 200 ग्राम
- बथुआ: 100 ग्राम
- अदरक-लहसुन का पेस्ट: 2 चम्मच
- हरी मिर्च: 2-3 (बारीक कटी हुई)
- मकई का आटा: 2 चम्मच
- घी या मक्खन: 2-3 चम्मच
- नमक: स्वादानुसार
- हल्दी पाउडर: 1/2 चम्मच
विधि:
- सरसों, पालक और बथुआ के पत्तों को अच्छे से धोकर काट लें।
- इन्हें एक बड़े बर्तन में डालकर हल्दी और पानी के साथ उबालें।
- उबालने के बाद अतिरिक्त पानी निकाल दें और पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें।
- एक कढ़ाई में घी गर्म करें और उसमें अदरक-लहसुन का पेस्ट और हरी मिर्च डालकर भूनें।
- सरसों के पेस्ट को इसमें मिलाएं और धीमी आंच पर पकाएं।
- मकई का आटा डालकर गाढ़ा करें और स्वादानुसार नमक डालें।
- ऊपर से मक्खन डालकर गर्मागर्म परोसें READ MORE
निष्कर्ष
दोस्तों सर्दियों में सरसों का साग केवल स्वादिष्ट भोजन नहीं है, बल्कि सर्दियों में सरसों के साग के फायदे स्वास्थ्य के लिए भी अमृत के समान है। यह पोषण से भरपूर है और कई बीमारियों से बचाव करता है। इसे अपने साप्ताहिक आहार में ज़रूर शामिल करें और सर्दियों का भरपूर आनंद लें। साथ ही, सरसों के साग का स्वाद बढ़ाने के लिए इसे मक्के की रोटी, गुड़ और ताजा मक्खन के साथ खाएं।