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मंदी की चपेट में आया,चने का रेट । जाने मंडियों में क्या मिल रहे हैं रेट | Chane ke taja mandi bhav 26/12/2024

चने का रेट मंदी के कारण: मंडियों में क्या मिल रहे हैं भाव

चने का रेट मंदी के कारण

देशभर में चने की कीमतों में मंदी का असर देखने को मिल रहा है। विशेष रूप से कृषि उत्पादों की कीमतों में उतार-चढ़ाव के चलते चने का रेट भी प्रभावित हुआ है। इस लेख में हम चने के रेट और विभिन्न मंडियों में इसके वर्तमान भाव की जानकारी देंगे, ताकि आप बेहतर निर्णय ले सकें।

चने का रेट मंदी में क्यों गिरा?

चने की कीमत में गिरावट का मुख्य कारण है अनुकूल मौसम, अधिक उत्पादन और व्यापारिक मंदी। चने का उत्पादन इस बार अधिक होने के कारण बाजार में आपूर्ति बढ़ गई है, जिससे भावों में कमी आई है।

चने के रेट की स्थिति प्रमुख मंडियों में:

मंडी का नाम न्यूनतम मूल्य (₹/क्विंटल) अधिकतम मूल्य (₹/क्विंटल)
दिल्ली 6,855 6,855
मनासा 5,300 6,391
मंदसौर 5,700 6,250
इंदौर 3,500 6,415
नीमच 5,500 6,400
जयपुर 6,850 6,875
अशोकनगर 6,400 6,450
भाटापारा 5,500 6,400
रामगंज 5,700 6,200
भोपाल 5,800 6,300

चने के रेट पर प्रभाव डालने वाले प्रमुख कारक:

  1. मौसम: बेहतर बारिश और मौसम की स्थिति चने की फसल को प्रभावित करती है।
  2. मांग और आपूर्ति: चने की मांग और आपूर्ति का संतुलन भावों को निर्धारित करता है।
  3. सरकारी नीतियां: न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और अन्य सरकारी योजनाएं भी रेट पर असर डालती हैं।

NOTE—

चने के रेट में मंदी का कारण बढ़ता हुआ उत्पादन और बाजार में मांग का कम होना है। हालांकि, विभिन्न मंडियों में चने के भाव में थोड़ी बहुत भिन्नता है, लेकिन सामान्यत: कीमतें ₹4,000 से ₹4,400 प्रति क्विंटल के बीच हैं। किसान और व्यापारी दोनों को बाजार की स्थिति को समझकर अपने निर्णय लेने चाहिए।

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि विभिन्न मंडियों में चना की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी हफ्तों में चना की कीमतों में और बदलाव संभव हैं, इसलिए किसानों और व्यापारियों को बाजार की गतिविधियों पर नजर बनाए रखनी चाहिए।

 

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