ग्वार का भाव: मंदी के आसार कम, जानिए बाजार की स्थिति

ग्वार का भाव: मंदी के आसार कम, जानिए बाजार की स्थिति

ग्वार का भाव
ग्वार एक महत्वपूर्ण फसल है, जिसका उपयोग ग्वार गम, पशु आहार और औद्योगिक उत्पादों में किया जाता है। हाल ही में बाजार में इसके भाव में हल्की गिरावट देखने को मिली, लेकिन आगे मंदी के ज्यादा आसार नहीं हैं। आइए जानते हैं कि इस समय ग्वार के बाजार में क्या स्थिति है और आगे इसका क्या रुझान रह सकता है।


ग्वार के भाव में गिरावट के कारण

पिछले सप्ताह जोधपुर मंडी में ग्वार के भाव में ₹100 प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। इसके पीछे कुछ मुख्य कारण हैं:

  1. ग्वार वायदा बाजार में कमजोरी – एनसीडीईएक्स में फरवरी डिलीवरी के वायदे में हल्की गिरावट देखी गई।
  2. गम मिलों की कमजोर मांग – ग्वार गम की खपत में गिरावट से बाजार में दबाव बना।
  3. स्टॉकिस्टों की बिकवाली – व्यापारियों द्वारा अधिक स्टॉक बेचने के कारण भाव नीचे आए।

मौजूदा बाजार भाव

🔹 जोधपुर मंडी: ₹5250-5300 प्रति क्विंटल
🔹 अहमदाबाद मंडी: ₹5200-5250 प्रति क्विंटल

इन भावों में हल्का उतार-चढ़ाव देखा गया, लेकिन कोई बड़ी गिरावट नहीं आई।


क्या आगे और मंदी संभव है?

विश्लेषकों के अनुसार, ग्वार की कीमतों में आगे ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं है। इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं:
✔️ सटोरियों की लिवाली (बढ़ती खरीदारी) – बाजार में सटोरियों की दिलचस्पी बढ़ने से कीमतें स्थिर रह सकती हैं।
✔️ औद्योगिक मांग में सुधार – ग्वार गम की डिमांड धीरे-धीरे बढ़ सकती है, जिससे मंदी पर ब्रेक लगेगा।
✔️ फसल उत्पादन और निर्यात पर असर – यदि ग्वार उत्पादन में कमी आती है या निर्यात मांग बढ़ती है, तो कीमतों में मजबूती आ सकती है।


किसानों और व्यापारियों के लिए सलाह

किसान:

  • यदि ग्वार का स्टॉक है, तो अभी जल्दबाजी में न बेचें, क्योंकि भाव में स्थिरता बनी रह सकती है।
  • आने वाले हफ्तों में मांग बढ़ सकती है, जिससे हल्की तेजी संभव है।

व्यापारी:

  • मंदी की ज्यादा संभावना न देखते हुए सीमित मात्रा में खरीदारी कर सकते हैं।
  • वायदा बाजार पर नजर बनाए रखें, ताकि सही समय पर निवेश का फैसला लिया जा सके।

निष्कर्ष

ग्वार के भाव में पिछले सप्ताह हल्की गिरावट आई, लेकिन भविष्य में मंदी के ज्यादा आसार नहीं दिख रहे हैं। वायदा बाजार में स्थिरता, बढ़ती औद्योगिक मांग और सटोरियों की लिवाली के कारण बाजार में स्थिरता बनी रह सकती है। किसानों और व्यापारियों को सतर्कता के साथ बाजार पर नजर बनाए रखनी चाहिए।

आप ग्वार के व्यापार या खेती से जुड़े हैं? अपने विचार कमेंट में साझा करें! 🚜

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