मटर के भाव में जबरदस्त उछाल! जानें आगे क्या होगी कीमत?

मटर के भाव में जबरदस्त उछाल! जानें आगे क्या होगी कीमत?

मटर के भाव
भारत में मटर एक महत्वपूर्ण दलहन फसल है, जिसका उपयोग सब्जी, दाल और पशु आहार के रूप में किया जाता है। इस साल मटर के उत्पादन में गिरावट के कारण इसके भाव में तेजी देखी जा रही है। आइए जानते हैं कि आगे क्या स्थिति बन सकती है और किसानों एवं व्यापारियों को क्या रणनीति अपनानी चाहिए।


मटर उत्पादन में गिरावट का कारण

इस बार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे प्रमुख मटर उत्पादक राज्यों में बिजाई काफी कम हुई है। इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं:

  1. कमज़ोर मौसम परिस्थितियां – समय पर बारिश न होने या अत्यधिक ठंड के कारण फसल प्रभावित हुई।
  2. अन्य फसलों की ओर रुझान – किसानों ने गेहूं, सरसों और चने जैसी अन्य फसलों को प्राथमिकता दी।
  3. कम सरकारी समर्थन मूल्य – उचित दाम न मिलने के कारण किसानों का रुझान घटा।

मटर के भाव में हालिया उछाल

पिछले सप्ताह मटर के भाव में 3-4 रुपये प्रति किलो की वृद्धि देखी गई। प्रमुख बाजारों में इसके ताजा भाव इस प्रकार हैं:

  • छनी हुई मटर – ₹41-42 प्रति किलो
  • बिना छनी मटर – ₹38-39 प्रति किलो

इसके अलावा, मुंबई और मुंद्रा पोर्ट पर भी मटर के भाव तेज हुए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि आगे और तेजी देखने को मिल सकती है।


मटर के भाव में आगे क्या संभावनाएं हैं?

  1. मांग में वृद्धि – लोकल और चालानी (थोक) दोनों ही स्तर पर मटर की मांग बनी हुई है, जिससे कीमतों में और इजाफा हो सकता है।
  2. आयात पर निर्भरता – यदि घरेलू उत्पादन कम रहता है, तो मटर का आयात बढ़ेगा, जिससे भाव प्रभावित हो सकते हैं।
  3. सरकारी हस्तक्षेप – यदि सरकार स्टॉक लिमिट या आयात शुल्क में बदलाव करती है, तो बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।

किसानों और व्यापारियों के लिए सलाह

किसान:

  • यदि आपके पास स्टॉक उपलब्ध है, तो जल्दबाजी में न बेचें, क्योंकि आगे और तेजी संभव है।
  • यदि मटर की अगली फसल की तैयारी कर रहे हैं, तो जलवायु और बाजार के रुझान को ध्यान में रखते हुए निर्णय लें।

व्यापारी:

  • चालानी मांग को देखते हुए सीमित मात्रा में स्टॉक बनाए रखें।
  • बाजार पर पैनी नजर रखें, खासकर आयात और सरकारी नीतियों से जुड़े अपडेट पर।

निष्कर्ष

मटर के उत्पादन में कमी और बढ़ती मांग को देखते हुए इसके भाव में और तेजी की संभावना बनी हुई है। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव कई कारकों पर निर्भर करता है, इसलिए किसानों और व्यापारियों को सोच-समझकर कदम उठाने की जरूरत है। अगर आप भी मटर के व्यापार से जुड़े हैं, तो अगले कुछ हफ्तों तक बाजार के रुझान पर नजर बनाए रखें।

क्या आप भी मटर की खेती या व्यापार से जुड़े हैं? अपने अनुभव हमें कमेंट में बताएं!

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