रूस में तिलहन की पैदावार का नया रिकॉर्ड, 2025 में बुआई 19.7 मिलियन हेक्टेयर तक पहुंच गई

रूस में तिलहन की पैदावार का नया रिकॉर्ड, 2025 में बुआई 19.7 मिलियन हेक्टेयर तक पहुंच गई

रूस में तिलहन की पैदावार

रूस में तिलहन की पैदावार और रकबा तेजी से बढ़ रहा है और 2025 तक इसकी बुआई का रिकॉर्ड 197 लाख हेक्टेयर तक पहुंचने की उम्मीद है इस चालू साल 2025 व 26 के सीजन में सूरजमुखी की खेती 101 लाख हेक्टेयर तक का आंकड़ा पहुंच सकती है जबकि सोयाबीन की बुआई 46 लाख हेक्टेयर तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है जानकारों के अनुसार इस साल सोयाबीन की पैदावार 85 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच सकती है रूस में तिलहन के उद्योगों का भी तेजी से विकास हो रहा है |

अगले 3 से 5 सालों में तिलहनों वाले कारखानों में 40 से 60 लाख मीट्रिक टन की बढ़ोतरी की संभावना है C तिलहन युनियन के अनुसार साल 2025 में मैन फसल तिलहन सूरजमुखी की बुआई 115 लाख हैक्टेयर व सोयाबीन की बुआई 45 लाख हैक्टेयर और सरसों की 30 लाख हेक्टेयर पहुँच सकती है जानकारों का मानना है कि रूस में तिलहन की पैदावार बढ़ाने के पीछे वैश्विक खादय बाजार की बढ़ती डिमांड और रूस के घरेलू प्रसंस्करण उ‌द्योग के विस्तार की महत्वपूर्ण भूमिका है
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देशी चना मे ग्राहकी का सपोर्ट न मिलने से चना के भावों में गिरावट

देशी चना मे बिकवाली का दबाव बना रहने व कमजोर डिमांड के चलते पिछले दिनों से चना के भावों में गिरवाट का रुख बना हुआ है महाराष्ट्र की चना की पैदावार वाली मंडियों में नए चना की आमदनी का दबाव बना रहने से भावो पर दबाव बढ़ रहा है चना दाल व बेसन में भी डिमांड नीरस बनी हई है जिस कारण मिलर्स चना की लिवाली सिमित कर रहे है|

अगले महीने से मध्य प्रदेश व राजस्थान की मंडियों में भी नए चना की आमदनी बढ़ना शुरू हो जाएगी जिसके चलते चना के भावों में और गिरावट देखी जा सकती है दाल मिलर्स की डिमांड सुस्त बनी रहने से दिल्ली चना के भावों में आज 50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट देखी गई

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 मक्का के खपत एवं पैदावार

मक्की में एथेनॉल एवं स्टार्च मिलों की चौतरफा लिवाली आने के बावजूद 2250 रुपए प्रति क्विंटल के भाव में सरकार द्वारा इथेनॉल कंपनियों को बिकवाली किए जाने से मक्की की डिमांड घटने से 10 दिनों में बाजार 100 से 125 रुपए प्रति क्विंटल तक घट गये हैं यूक्रेन में मक्का के भाव 215 से 217 डॉलर प्रति टन से बढ़कर कर 225 से 227 डॉलर प्रति टन हो जाने से वहां से आयत पड़ता महंगा लग रहा है इस चालू हफ्ते में फिर रैंक वालों की लोडिंग भी मध्य प्रदेश के रैक पॉइंटों पर ठंडी पड़ गई है|

जिससे मक्का का बाजार दब गया है मक्का मध्यप्रदेश से हरियाणा पंजाब पहुंच में 2750 रुपए तक बिक गई थी उसके भाव आज 2500 रुपए प्रति किवंटल रह गये अब इन भावों में डिमांड निकलने से बाजार थोड़ा सुधार हैं मक्का के खपत एवं पैदावार को देखते हुए आने वाले समय में मक्का ज्यादा मंदी नहीं लग रही

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विदेशी खाने वाले तेलों की टाइट सप्लाई से घरेलू सरसो तेल की डिमांड मजबूत

 

खाने वाले तेलों की अच्छी डिमांड व सरसो पैदावार वाली मंडियों में सरसों की टाइट सप्लई से सरसो में तेजी इस फरवरी महीने में सरसो के भावों में 250/300 रुपये की नीचले भावों से रिकवरी देखी गई है फरवरी महीने में मंडियों में सरसों की कमजोर आमदनी से आमतौर पर तेजी ही देखने को मिलती है बहारी सोया और पाम तेल की टाईट सप्लाई होने से सरसो तेल की डिमांड बढ़ी है|

अगले मार्च महीने के मध्य से अलग अलग राज्य सरकारों की खरीदारी भी शुरू हो जाएगी सरसो और सरसो तेल में होली तक हल्की घंटा बढ़ी के साथ मजबूती जारी रहने की सम्भावना है होली के बाद नई फसल की आमदनी बढ़ने और तेलों की सप्लाई सामान्य होने पर फिर एक करेक्शन देखने को मिल सकता है जिसमे नई फसल का स्टॉक करने का अच्छा मौका मिलेगा

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